भारत को चाहिए एक ऐसा जर्नलों का जर्नल जो तीनांे सेवाओं को समझे और संम्बंधित सेवा प्रमुखों की अलग राय के बावजूद राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से सबसे अच्छा विकल्प तय कर सके। लेकिन क्या सामरिक और सैन्य मामलों में बिना जिम्मेवारी अपनाए, केवल दखलअंदाजी की आदत से मजबूर सरकारी बाबू अपने हाथ से तीनों सेनाओं पर अधिकार का रिमोट कंट्रोल छिन जाने की अनुमति देंगे ?
http://taazakhabarnews.in/भारत-को-एक-अप्रभावी-पुतला/
http://taazakhabarnews.in/भारत-को-एक-अप्रभावी-पुतला/
No comments:
Post a Comment